अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हल्की वृद्धि देखने को मिल रही है, लेकिन इसका असर भारत में पेट्रोल और डीजल की दरों पर नहीं पड़ा है। 31 जनवरी 2025 को जारी नई दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने पोर्टल पर अपडेट कर दी हैं, जिससे उपभोक्ताओं को किसी भी वृद्धि की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम
31 जनवरी को देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं। यहाँ कुछ बड़े शहरों में मौजूदा ईंधन दरें दी गई हैं:
शहर | पेट्रोल (₹ प्रति लीटर) | डीजल (₹ प्रति लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
नोएडा | 94.87 | 88.01 |
गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
चंडीगढ़ | 94.24 | 82.40 |
पटना | 105.18 | 92.04 |
ईंधन की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में ईंधन की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें: जब वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ता है।
- रुपये की डॉलर के मुकाबले स्थिति: यदि भारतीय मुद्रा कमजोर होती है, तो तेल आयात महंगा हो सकता है।
- टैक्स और ड्यूटी: केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर विभिन्न कर लगाती हैं, जो कीमतों को प्रभावित करते हैं।
घर बैठे चेक करें पेट्रोल-डीजल के ताजा दाम
आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें आसानी से चेक कर सकते हैं। ऑयल कंपनियां SMS और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से यह सुविधा देती हैं:
- इंडियन ऑयल: RSP के साथ अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 पर SMS भेजें।
- BPCL: RSP लिखकर 9223112222 पर मैसेज भेजें।
- HPCL: HPPRICE के साथ शहर का कोड लिखकर 9222201122 पर SMS भेजें।
FAQ
- क्या पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने वाली हैं?
- विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में वृद्धि संभव है।
- पेट्रोल और डीजल की कीमतें कब अपडेट होती हैं?
- भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम हर सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं।
- पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे निर्धारित होती हैं?
- ये कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की दरों, रुपये की स्थिति, और सरकारी टैक्स एवं ड्यूटी पर निर्भर करती हैं