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भारत में सरकारी स्कूलों का शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। केंद्रीय विद्यालय (केवी), जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी), और सैनिक स्कूल जैसी संस्थाएँ उच्च गुणवत्ता की शिक्षा, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के लिए जानी जाती हैं। ये स्कूल उन माता-पिता की पहली पसंद बनते हैं जो अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और किफायती शिक्षा दिलाना चाहते हैं।

केंद्रीय विद्यालय

भारत में 1253 केंद्रीय विद्यालय संचालित हैं, जिनका शिक्षा स्तर बहुत उच्च है। यही कारण है कि माता-पिता अपने बच्चों को कक्षा 1 में दाखिला दिलाने की कोशिश करते हैं, क्योंकि आगे की कक्षाओं में प्रवेश पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हर साल केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) द्वारा प्रवेश फॉर्म जारी होते ही लाखों अभिभावक आवेदन करते हैं।

केंद्रीय विद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया

कक्षा 1 में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है। KVS द्वारा आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाती है, जिसके बाद अभिभावकों को रिजल्ट का इंतजार करना होता है.

  • कक्षा 1 का प्रवेश: प्राथमिकता केंद्र सरकार के कर्मचारियों, एक्स-सर्विसमैन, और राज्य सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को दी जाती है।
  • कक्षा 2 से 12वीं तक का प्रवेश: यदि किसी कक्षा में सीटें खाली होती हैं तो ऑफलाइन आवेदन की अनुमति दी जाती है।
  • स्थानांतरण के आधार पर प्राथमिकता: पिछले 7 वर्षों में माता-पिता के स्थानांतरण की संख्या को भी प्राथमिकता दी जाती है।

फीस संरचना

केंद्रीय विद्यालय की फीस संरचना इसे सभी वर्गों के लिए सुलभ बनाती है:

  • एडमिशन फीस: ₹25
  • री-एडमिशन फीस: ₹100
  • ट्यूशन फीस:
    • 9वीं और 10वीं: ₹200 प्रति माह
    • 11वीं और 12वीं (कॉमर्स और आर्ट्स): ₹300 प्रति माह
    • 11वीं और 12वीं (साइंस): ₹400 प्रति माह
  • विद्यालय विकास निधि: कक्षा 1 से 12वीं तक ₹500 प्रति माह
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सर्वांगीण विकास गतिविधियाँ

केंद्रीय विद्यालय में छात्रों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखा जाता। खेल-कूद, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है।

जवाहर नवोदय विद्यालय

जवाहर नवोदय विद्यालय विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी छात्रों के लिए स्थापित किए गए हैं। इन स्कूलों में प्रवेश एक प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर होता है, और छात्रों को निःशुल्क शिक्षा, भोजन और आवास की सुविधा दी जाती है।

सैनिक स्कूल

सैनिक स्कूलों का उद्देश्य छात्रों में अनुशासन और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना है। ये स्कूल उन छात्रों के लिए खास हैं जो रक्षा सेवाओं में अपना करियर बनाना चाहते हैं। प्रवेश प्रक्रिया प्रतियोगी परीक्षा, साक्षात्कार और मेडिकल परीक्षा पर आधारित होती है।

अन्य सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणा

केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, और सैनिक स्कूल अन्य सरकारी स्कूलों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इन स्कूलों में शिक्षा का उच्च स्तर, किफायती फीस और सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है, जिससे अन्य सरकारी स्कूल भी इनसे सीख लेकर अपनी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।

FAQs

  1. केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश कैसे लिया जा सकता है?
    • केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया का पालन करना होता है।
  2. जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश कैसे होता है?
    • जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से होता है।
  3. सैनिक स्कूलों की प्रवेश प्रक्रिया क्या है?
    • सैनिक स्कूलों में प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा, साक्षात्कार और मेडिकल परीक्षा पर आधारित होता है।

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